Chapter 2 नमक का दारोगा
Chapter 2 नमक का दारोगा
व्याकरण
निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची (समानार्थी) शब्द लिखिए :
निषेध = प्रतिबंध, मनाई, रोक
सूत्रपात = आरंभ
स = रिश्वत
प्राबल्य = अदम्यता
बरकत = वृद्धि
वृत्तांत = विवरण
ऋण = कर्ज
ओहदा = पद
मजार = दरगाह, कब
लुप्त = गायब
स्रोत = सोता, झरना
शूल = काटा
मोहित = मुग्ध, आकर्षित
कोलाहल = शोर
भ्रम = मिथ्या, भूल
सन्नाटा = शांति
इलाका = क्षेत्र
यथार्थ = सत्य
निश्चिंतता = बेफिक़ी
लिहाफ = रजाई
ऐश्वर्य = ठाट-बाट
नमकहराम = धोखेबाज
हिरासत = गिरफ्तारी
स्तंभित = चकित
दस्तावेज = सनद
साहूकार = महाजन
कदाचित = शायद
उद्दण्ड = निडर, अक्खड़
अल्हड़ = मस्त, लापरवाह
अलौकिक = असंसारिक
डॉवाडोल = अस्थिर
पक्षपात = तरफदारी
व्यंग्य = ताना
मुअत्तली = पदच्युत
परवाना = आज्ञापत्र
अगवानी = स्वागत
लल्लो-चप्पो = चिकनी-चुपड़ी
त्रुटि = भूल, गलती
मर्मज्ञ = रहस्यज्ञ
निम्नलिखित शब्दों के विलोम (विरुद्धार्थी) शब्द लिखिए :
1. दुर्दशा × सुदशा
2. भूणी × उऋण
3. मालिक × नौकर
4. आय × व्यय
5. विद्वान × मूर्ख
6. आज्ञाकारी × अवज्ञाकारी
7. वृद्ध × युवक
8. आशीर्वाद × शाप
9. शकुन × अपशकुन
10. पुष्ट × अपुष्ट
11. मेहमान × यजमान
12. नमकहराम × नमकहलाल
13. निरादर × आदर
14. उदंड × सुशील
15. दुर्लभ × सुलभ
16. बुद्धिहीन × बुद्धिमान
17. वाचालता × अवाचालता
18. अलौकिक × लौकिक
19. आत्मवलंबन × परावलंबन
20. निर्मूल × समूल
21. कीर्ति × अपकीर्ति
22. कपूत × सपूत
23. कृतज्ञता × कृतघ्न
24. गुलाम × बादशाह, मालिक
25. सत्कार × दुत्कार
26. क्षमा × दण्ड
27. सद्भाव × दुर्भाव
28. विनय × अविनय
29. स्थायो × अस्थायी
30. उदारता × कृपणता
31. प्रशंसा × निंदा
32. उच्च × निम्न
33. सज्जन × दुर्जन
34. संकुचित × विस्तृत
निम्नलिखित तद्भव शब्दों के तत्सम रूप लिखिए :
कपूत – कुपुत्र
नींद – निद्रा
जीभ – जिहवा
कालिख – कालिमा
निम्नलिखित शब्दों में से प्रत्यय अलग कीजिए :
अनुभवी = अनुभव + ई (प्रत्यय)
आवश्यकता = आवश्यक + ता (प्रत्यय)
कमाई = कमाना + आई (प्रत्यय)
निम्नलिखित शब्दों में से उपसर्ग अलग कीजिए :
निरादर = निस् (उपसर्ग) + आदर
अलौकिक = अ (उपसर्ग) + लौकिक
सद्भाव = सत् (उपसर्ग) + भाव
निम्नलिखित वाक्यों में से विशेषण पहचानिए :
प्रश्न 1. वंशीधर आज्ञाकारी पुत्र था।
हम सरकारी हुकम को नहीं जानते।
उत्तर :
आज्ञाकारी – गुणवाचक विशेषण
सरकारी – गुणवाचक विशेषण
निम्नलिखित शब्दसमूहों के लिए एक-एक शब्द लिखिए :
1. मुसलमानों का धर्मगुरु – पीर
2. जिसके खंड न किए जा सके – अखंड
3. पान की गिलोरो – बीड़ा
4. अपराधी को पहनाई जानेवाली लोहे की जंजीर – हथकड़ी
5. कान के पास कही जानेवाली बात – कानाफूसी
6. हमेशा अन्न बाँटने का नियम – सदावत
7. ईश्वर द्वारा दिया हुआ – ईश्वरप्रदत्त
8. आदि से अंत तक का हाल – वृत्तांत
9. व्याज के साथ चुकाने के लिए लिया गया धन – ऋण
10. शुभ समय – शकुन
11. जिसे गरज न हो – बेगरज
11. सबसे ऊँचा – सर्वोच्च
12. सबके द्वारा सम्मानित – सर्वसम्मानित
13. फारसी बोलनेवाला – फारसीदों
14. नई वैज्ञानिक खोज – आविष्कार
15. पूरे चाँद की रात – पूर्णमासी
16. आज्ञा माननेवाला – आज्ञाचारी
17. पथ दिखानेवाला – पथदर्शक
18. अपने आप पर आधार रखना – आत्मावलंबन
19. जो बोल न सकता हो – गूंगा
20. जिसे कोई चिंता न हो – निश्चित
21. स्वामी या पालक के साथ छल करनेवाला – नमकहराम
22. आदर न करना – निरादर
निम्नलिखित अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करके फिर से लिखिए।
प्रश्न 1.
यह मेरा जन्मभर का कमाई है।
पड़ोसियों के हृदय में शूल उठने लगा।
न्याय और नीति सब लक्ष्मी का ही खिलौना है।
मैं तो आपका सेवा में स्वयं ही आ रहा था।
तुम इने हिरासत में ले लो मैं हुकम देता हूँ।
पंडितजी को पहली बार ऐसा कठोर बातें सुनना पड़ा।
दुनिया सोता था, पर दुनिया की जीभ जागता था।
पंडीत अलोपीदीन इस अगाध वन का सिंह था।
उत्तर :
यह मेरी जन्मभर की कमाई है।
पड़ोसियों के हृदय में शूल उठने लगे।
न्याय और नीति सब लक्ष्मी के ही खिलौने हैं।
मैं तो आपकी सेवा में स्वयं ही आ रहा था।
तुम इन्हें हिरासत में ले लो, मैं हुक्म देता हूँ।
पंडितजी को पहली बार ऐसी कठोर बातें सुननी पड़ी।
दुनिया सोती थी, पर दुनिया की जीभ जागती थी।
पंडित अलोपीदीन इस अगाध बन के सिंह थे।
निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ लिखकर वाक्यों में प्रयोग कीजिए :
1. पौ बारह होना – सब तरफ से लाभ ही लाभ होना
वाक्य : रामलाल को वनरक्षक की नौकरी क्या मिली, जंगल की संपत्ति बेचकर उसके तो पौ बारह हो गए।
2. कगार पर का वक्ष होना – मृत्यु के निकट होना
वाक्य : विश्वनाथ ने बेटे से कहा, “अब तुम अपनी घर-गृहस्थी देखो, मेरा क्या, में तो अब कगार का वृक्ष मात्र हूँ।”
3. फूला न समाना – बहुत प्रसन्न होना
वाक्य : बेटे की पदोन्नति का पत्र पाकर श्यामसुंदर फूले न समाए।
4. चलता पुर्जा होना – चालाक व्यक्ति होना
वाक्य : जतिन टेखने में भोलाभाला लगता है. पर है वह चलता परजा।
5. कौडियों पर ईमान बेचना – थोड़े पैसों में बिक जाना
वाक्य : देशद्रोहियों का क्या है, वे तो कौड़ियों पर अपना ईमान बेचते रहते हैं।
6. इज्जत धूल में मिलना – दूसरों की नज़र में गिर जाना
वाक्य :परीक्षा में विद्यार्थियों को खुले आम नकल कराते हुए पकड़े जाने पर शिक्षक महोदय की इज्जत धूल में मिल गई।
7. नींव हिला देना – जड़ या आधार कमजोर करना
वाक्य : गांधीजी ने सत्याग्रह के बल पर अंग्रेजी साम्राज्य की नींव हिला दी थी।
8. मिट्टी में मिल जाना – बरबाद हो जाना
वाक्य : इनकम टैक्स विभाग का छापा पड़ने पर सेठजी की गलत ढंग से की गई सारी कमाई मिट्टी में मिल गई।
9. मन का मैल मिटना – किसी के प्रति मन में बनी गलत धारणा मिटना
वाक्य : जब मुनीमजी ने सेठजी के सामने एक-एक पैसे का हिसाब रख दिया, तो मुनीमजी के प्रति सेठजी के मन का मैल मिट गया।
10. निगाह में बाँध लेना – सदा याद रखना
वाक्य : किसान ने कृषिअधिकारी द्वारा गेहूं की अच्छी उपज करने के बारे में बताई गई बातें निगाह में बाँध ली।
11. हृदय में शूल उठना – ईर्ष्या होना
वाक्य : गरीबी में दिन काट रहे रमण बाबू के बेटे की एक विदेशी कंपनी में अच्छे वेतन पर नौकरी लग जाने पर पड़ोसियों के हृदय में शूल उठने लगे।
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